“भगवा आतंकवाद” के बाद अब “तिलक आतंकवाद”
![]() |
| जी न्यूज़ हिंदी से साभार |
कांग्रेस ने सत्ता के लिए हमेशा से ही अंग्रेजों की “विभाजनकारी नीति” को अपनाया है. भाजपा पर देश के बंटवारे का आरोप लगाने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में एक ऐसा वीडियो तैयार किया है जिसे देखकर यह स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस न केवल देश में घृणा और वैमनस्य का माहौल तैयार कर रही है बल्कि अपने “भगवा आतंकवाद” के नारे के पश्चात् अब “तिलकधारियों” को भी गुंडा और हिंसक साबित करने में लगी हुई है. इस वीडियो को रिलीज करने के बाद तथाकथित जनेऊधारी ब्राह्मण राहुल गाँधी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस ने न सिर्फ ब्राह्मण समाज के सम्मान “तिलक” को ही कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है बल्कि “भगवा आतंकवाद” के बाद “तिलक आतंकवाद” का नया नारा गढ़ने का कुचक्र रचा है. कांग्रेस पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से शेयर किये गए इस वीडियो के पहले सीन में दिखाया गया है कि कुछ युवा एक रेस्टोरेंट में बैठकर खाने का आर्डर दे रहे हैं कि इतने में ही तीन-चार युवक आते हैं जिनके माथे पर तिलक लगा है, और आते ही रेस्टोरेंट में बैठे युवाओं को क्या खाना है और क्या नहीं इसका फरमान सुना देते हैं. दुसरे सीन में दो लडकियाँ कपडे के शोरूम में अपने लिए ड्रेस सलेक्ट कर रही हैं वहां भी इन तिलकधारियों की टोली पहुँचती है और इन दोनों लड़कियों को स्लीवलेस कपडे और जींस न पहनने का निर्देश देते हैं. तीसरे सीन में एक लड़का और एक लडकी एक पार्क में बैठे हैं, इतने में ही इन “तिलकधारियों” का समूह वहां पहुँचता है और लडके-लडकी का नाम पूछता है, लडके के नाम को सुनकर ये लोग भड़क जाते हैं और उसके साथ मारपीट शुरू कर देते हैं. चौथे सीन में एक दाढ़ी वाला युवक स्टेज पर खड़ा होकर माइक से कुछ कहने की कोशिश कर रहा है लेकिन ये युवक उसके माइक की लीड निकाल देते हैं.
यह वीडियो पूरी तरह से काल्पनिक है लेकिन इसके माध्यम से कांग्रेस यह संदेश
देने का प्रयास कर रही है कि यदि भाजपा कर्नाटक में सत्ता में आ गई तब वहां “तिलकधारियों”
का तालिबानी हुकुम चला करेगा, दुसरे शब्दों में कहें तो “तिलकधारी आतंकवादी”.
“बांटो और राज करो” की नीति कांग्रेस के लिए कोई नई बात नहीं है. कर्णाटक में
कांग्रेस ने पहले लिंगायत सम्प्रदाय को हिन्दुओं से अलग करने का षडयंत्र रचा. उससे
पहले कर्नाटक को एक विशेष राज्य का दर्जा और एक अलग झंडा देने की भी मांग रख दी
थी.
इतिहास साक्षी है कि कांग्रेस ने हमेशा से घृणा और वैमनस्य को ही बढ़ावा दिया
है. हिन्दुस्तान के बंटवारे के लिए जितना जिन्ना और मुस्लिम लीग जिम्मेदार थी उतना
ही जिम्मेदार नेहरु और कांग्रेस भी थे. कांग्रेस वास्तव में बहरूपिया पार्टी है जो
गुजरात में जनेऊ और तिलक लगाती है और कर्णाटक में उसी तिलक को बदनाम करती है.
राहुल गाँधी को अब ये बताना ही चाहिए कि इस वीडियो के माध्यम से देश की जनता
को उनकी पार्टी क्या संदेश देना चाहती है? क्या कांग्रेस एक सम्प्रदाय विशेष के
दिलों में नफरत और खौफ पैदा कर फिर से इस देश का बंटवारा कराना चाहती है?
कांग्रेस द्वारा वायरल किये गए वीडियो को देखने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें- https://twitter.com/i/web/status/991536639842443264
Follow me on Twitter
Like My Page
My Blog






Comments
Post a Comment
Thanks for your Comments.